मोतियाबिंद आंखों के लेंस पर होने वाली एक समस्या है जिसमें आंखों का लेंस धीरे-धीरे धुंधला हो जाता है। ये समस्या सामान्य है, लेकिन इसे समझाना और सही समय पर इसका इलाज करवाना महत्व पूर्ण है।
मोतियाबिंद एक आंखों की समस्या है जिसमे आंखों के लेंस पर सफेद या धुंधले धब्बे बन जाते हैं। ये धब्बे रोशनी को आंख के विपरीत होने में रुकावत डालते हैं, जिसकी वजह से रोशनी को सही से देखना मुश्किल हो जाता है।
मोतियाबिंद का मुख्य कारण आंखों के लेंस में होने वाले बदलाव है।
ये समस्या अक्सर उम्र बढ़ने के साथ ही आती है और 40 साल से अधिक उम्र के लोगों में देखी जाती है, कभी-कभी, ये किसी चोट या अन्य आंखिक समस्या से भी जुड़ा होता है।
मोतियाबिंद को सफेद मोतिया और काला मोतिया के रूप में दो भागों में बांटा गया है।
मोतियाबिंद के रोगियों में कुछ आम लक्षण होते हैं जो उन्हें इस बीमारी को पहचान में मदद करते हैं। ये लक्षण हैं:
मोतियाबिंद के कारण भिन्न हो सकते हैं, लेकिन ज्यादा मामलों में ये आंखों के लेंस में होने वाले परिपाकव होने के कारण होते हैं। कुछ मुख्य कारणों में शामिल हैं:
मोतियाबिंद का इलाज आंखों के लेंस को बदल सकता है, जिसे मोतियाबिंद सर्जरी के नाम से जाना जाता है। ये एक सुरक्षित और प्रभावित उपचार है जिसमें सर्जन रोगी के लेंस को निकाल कर एक नया लेंस इम्प्लांट करता है।
मोतियाबिंद से बचने के लिए कुछ उपाय और सावधानियां भी हैं, जिनमें शामिल हैं:
ये कुछ तरीके हैं जिनसे आप मोतियाबिंद से बचाव कर सकते हैं और अपनी आंखों की सेहत का ख्याल रख सकते हैं। नियामित चेकअप और स्वस्थ जीवनशैली आपको मोतियाबिंद और अन्य आंखों से जुड़ी समस्याओं से बचा सकते हैं।